Tuesday, February 10, 2009

संत जन जीवन मे आध्यात्मिक बहार लाते है : मुनि तत्वरूचि

राजसमन्द। तेरापंथ भवन कांकोली में आयोजित समारोह में मुनि तत्वरूचि ने कहा संतो के आगमन से समाज में धार्मिक जागृति आती है। बसन्त की तरह संत जन जीवन मेें आध्यात्मिक बहार लाते हैं। उन्होने संत की महत्ता का उजागर करते हुए कहा लोक मान्यतानुसार गंगा पाप का, चन्द्रमा ताप का और कल्पतरू दरिद्रता का हरण करता है। परन्तु संत अकेले ही पाप, ताप और दारिद्र तीनो का हरण कर लेते हैं। इस अवसर पर मुनि भवभूति, मुनि कोमल, मुनि विकास, सभाध्यक्ष महेन्द्र कोठारी, सम्पतमल चोरडिया, नानालाल कोठारी, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती मंजू चोरडिया, तेयुप अध्यक्ष प्रमोद सोनी ने भी विचार व्यक्त किए। इससे पूव्र मुनि तत्वरूचि ने अपने सहयोगी संतो व समाज के अनेक श्रावक-श्राविकाओं के साथ भिक्षु बोधि स्थल से विहार किया। विहार में भिक्षु बोधिस्थल तेरापंथ सभाध्यक्ष सुरेशचन्द्र कावडिया, मंत्री रमेश कुमार चपलोत, अशोक कुमार डूंगरवाल, जगजीवन चोरडिया, गणेशमल कच्छारा, महिला मंडल अध्यक्ष लाड मेहता सहित श्रावक-श्राविकाएं शामिल थी। इससे पहले मुनि तत्वरूचि तरूण व उनके सहयोग मुनि भवभूति, मुनि कोमल कुमार, मुनि विकास कुमार का मंगलवार को कांकरोली में आगमन हुआ। तेरापंथ सभा कांकरोली के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार कोठारी ने बताया कि मुनि तत्व रूचि कांकरोली मे एक माह का प्रवास करेंगे। इस दौरान समाज के आध्यात्मिक उन्नयन के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे।

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