Wednesday, August 5, 2009

राजसमन्द में रक्तदान शिविर नौ को

राजसमन्द। रक्तदान से बढकर कोई दान नहीं है। रक्तदाताआें द्वारा समय समय पर किए गए रक्तदान से ही देश में प्रतिदिन हजाराें व्यक्तियो की जान बचती है। उक्त विचार भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जिला शाखा के मानद सचिव राजकुमार दक ने तेरापंथ युवक परिषद के कार्यकर्ताआें के साथ आगामी नौ अगस्त को आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदान प्रेरणा के लिए किए जा रहे जनसम्पर्क के दौरान कहीं। भिक्षु बोधि स्थल परिसर में आयोजित इस शिविर की तैयारियाें के लिए जुटे कार्यकर्ता जगह जगह जनसम्पर्क कर अधिकाधिक लोगाें से रक्तदान का आह्वान कर रहे हैं।
दक ने बताया कि 18 वर्ष से 55 वर्ष की आयु का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करते समय कोईँ पीडा नहीं होती है एवं इस प्रक्रिया में मात्र पांच मिनट का समय लगता है। रक्त देने के पश्चात व्यक्ति सामान्य कामकाज कर सकता है। एक बार में मात्र 350 मिली लीटर रक्त ही लिया जाता है जो शरीर के कुल रक्त का पन्द्रहवा भाग होता है। शरीर कुछ ही समय में इस दिए गए रक्त की पूर्ति कर लेता है।
तेयुप अध्यक्ष अनिल दुग्गड ने बताया कि शिविर में आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर की टीम पैथोलोजी विभागाध्यक्ष नरेन्द्र मोगरा एवं राजसमन्द ब्लड बैंक टीम प्रभारी डॉ एससी सोनी के नेतृत्व में रक्तदान कराएगी। शिविर प्रात: दस बजे से दोपहर एक बजे तक चलेगा। जनसम्पर्क अभियान में उत्तम कावडिया, रमेश माण्डोत, विनोद मेहता, अनिल लोढा, भूपेश धोका, मोहित बडोला, भूपेश मेहता, राहुल कावडिया, धर्मेन्द्र बडोला, पंकज मादरेचा, हिम्मत धोका, देवेन्द्र सिंघवी, चेतन कोठारी, महावीर धोका, विजेन्द्र मादरेचा, दिनेश कावडिया, रमेश चोरडिया, जगप्रेमी बडोला, कपिल बडोला, लोकेश मादरेचा, डॉ विमल कावडिया सहित अनेक कार्यकर्ता जुटे हुए हैं।

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