राजसमन्द। भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व बुधवार को जिला मुख्यालय सहित आसपास के गांवों में स्नेह और सौहार्द के साथ मनाया गया। वहीं जिला मुख्यालय के मुख्य बाजारों में लोगों की खासी भीड़ रही। राय सरकार द्वारा महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा सुविधा के मद्देनजर बुधवार को रोडवेज बसों में काफी भीड़ रही। राखी के साथ-साथ इस बार बाजारों में जगह-जगह लगी मिठाइयों की स्टॉल पर भी महिला-पुरूषों की खासी भीड़ नजर आई।
जिला मुख्यालय पर बुधवार सुबह नौ बजे से कांकरोली जलचक्की से चौपाटी, नया बाजार, सर्राफा बाजार, मालनिया चौक, रामधुन गली बाजार, राजनगर क्षेत्र के दाणी चबूतरा, पुराना बस स्टेण्ड आदि इलाकों में लगी राखियों, श्रीफल, पूजन सामग्री की स्टॉलों पर महिलाओं, युवतियों एवं बच्चों की खासी भीड़ लगी रही। दोपहर बाद तो नया बाजार एवं रामधुन गली क्षेत्र में खासी भीड क़े चलते पैर रखना भी मुश्किल हो गया था। वहीं स्टॉलों पर तरह-तरह की राखियों की मांग करते बच्चे और उनकी मान मनुहार पूरी करती महिलाओं के दृश्य आम थे। यह क्रम अपराह्न चार बजे तक जारी रहा। इधर सोने-चांदी के आभूषण एवं गिफ्ट की दुकानों पर भी लोगों की काफी भीड़ रही। पुरूष वर्ग अपनी बहनों के लिए आभूषण एवं आकर्षक गिफ्ट की खरीदारी करते नजर आए।
जिला मुख्यालय पर इस बार मिष्ठान व्यवसायियों ने दीपावली की भांति मिठाइयों को दुकान से बाहर साित किया। यहां दिन भर लोगों ने मिठाइयों एवं नमकीन की खरीदारी की। वहीं मुखर्जी चौक, कांकरोली सब्जी मण्डी क्षेत्र में दुकानदार गरम-गरम मालपुए और जलेबी निकालते हुए दिखाई दिए जहां खरीदार हाथों-हाथ खरीदारी करते नजर आए। इधर आसपास के ग्रामीण महिला-पुरूषों का सैलाब कपड़ों की दुकानों एवं राखियों की स्टॉल पर रहा। जिला मुख्यालय के विभिन्न म्यूजिक सेंटरों पर भाई-बहनों से जुडे फ़िल्मी गीत की लय बिखरती रही।
शाम पांच बजे बाद शुभ मुर्हुत में बहनों ने परम्परानुसार भाइयों के ललाट पर कुमकुम का तिलक व अक्षत लगाते हुए कलाई पर राखी बांधी। वहीं भाइयों ने श्रध्दानुसार बहनों को नकद, गिफ्ट एवं कपड़े प्रदान किए। इधर दोपहर में ब्राह्मणों ने परम्परानुसार जनेऊ भी बदला।
राय सरकार द्वारा बुधवार को रक्षा बंधन पर्व पर महिलाओं को निशुल्क यात्रा की घोषणा के चलते महिलाओं में खुशी का पारावार नहीं रहा और उन्होंने बसों में भीड़ होने के बावजूद रोडवेज बस की यात्रा की। गायत्री शक्तिपीठ राजसमंद ने बुधवार को श्रावणी पर्व मनाया। व्यवस्थापक भंवरलाल पालीवाल ने बताया कि बुधवार दिन में राजसमंद नौचौकी पाल पर दसस्नान कर तर्पण की रस्म अदा की। तदोपरांत श्रावणी यज्ञ हुआ।
जिला मुख्यालय पर बुधवार सुबह नौ बजे से कांकरोली जलचक्की से चौपाटी, नया बाजार, सर्राफा बाजार, मालनिया चौक, रामधुन गली बाजार, राजनगर क्षेत्र के दाणी चबूतरा, पुराना बस स्टेण्ड आदि इलाकों में लगी राखियों, श्रीफल, पूजन सामग्री की स्टॉलों पर महिलाओं, युवतियों एवं बच्चों की खासी भीड़ लगी रही। दोपहर बाद तो नया बाजार एवं रामधुन गली क्षेत्र में खासी भीड क़े चलते पैर रखना भी मुश्किल हो गया था। वहीं स्टॉलों पर तरह-तरह की राखियों की मांग करते बच्चे और उनकी मान मनुहार पूरी करती महिलाओं के दृश्य आम थे। यह क्रम अपराह्न चार बजे तक जारी रहा। इधर सोने-चांदी के आभूषण एवं गिफ्ट की दुकानों पर भी लोगों की काफी भीड़ रही। पुरूष वर्ग अपनी बहनों के लिए आभूषण एवं आकर्षक गिफ्ट की खरीदारी करते नजर आए।
जिला मुख्यालय पर इस बार मिष्ठान व्यवसायियों ने दीपावली की भांति मिठाइयों को दुकान से बाहर साित किया। यहां दिन भर लोगों ने मिठाइयों एवं नमकीन की खरीदारी की। वहीं मुखर्जी चौक, कांकरोली सब्जी मण्डी क्षेत्र में दुकानदार गरम-गरम मालपुए और जलेबी निकालते हुए दिखाई दिए जहां खरीदार हाथों-हाथ खरीदारी करते नजर आए। इधर आसपास के ग्रामीण महिला-पुरूषों का सैलाब कपड़ों की दुकानों एवं राखियों की स्टॉल पर रहा। जिला मुख्यालय के विभिन्न म्यूजिक सेंटरों पर भाई-बहनों से जुडे फ़िल्मी गीत की लय बिखरती रही।
शाम पांच बजे बाद शुभ मुर्हुत में बहनों ने परम्परानुसार भाइयों के ललाट पर कुमकुम का तिलक व अक्षत लगाते हुए कलाई पर राखी बांधी। वहीं भाइयों ने श्रध्दानुसार बहनों को नकद, गिफ्ट एवं कपड़े प्रदान किए। इधर दोपहर में ब्राह्मणों ने परम्परानुसार जनेऊ भी बदला।
राय सरकार द्वारा बुधवार को रक्षा बंधन पर्व पर महिलाओं को निशुल्क यात्रा की घोषणा के चलते महिलाओं में खुशी का पारावार नहीं रहा और उन्होंने बसों में भीड़ होने के बावजूद रोडवेज बस की यात्रा की। गायत्री शक्तिपीठ राजसमंद ने बुधवार को श्रावणी पर्व मनाया। व्यवस्थापक भंवरलाल पालीवाल ने बताया कि बुधवार दिन में राजसमंद नौचौकी पाल पर दसस्नान कर तर्पण की रस्म अदा की। तदोपरांत श्रावणी यज्ञ हुआ।
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