राजसमंद। चॉकलेट दिलाने के बहाने उस वहशी दरिंदे ने न केवल दो मासूम बालिकाओं को एकांत में ले जाकर दुष्कर्म किया, बल्कि राज खुलने के भय से पत्थर वार कर जान से मारने तक के जतन किए। पुलिस उसे सोमवार को ही हिरासत में ले चुकी है। दरीबा क्षेत्र में हुई इस शर्मसार घटना का दूसरे दिन मंगलवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी पोथियां (छत्तीसगढ) हाल एलएनटी दरीबा निवासी बैसाखू पुत्र पैतम्बूर यादव का न्यायालय से एक दिन का रिमांड लिया।
एकांत में ले गया था आरोपी
आरोपी बैसाखू सोमवार दोपहर तीन व चार वर्षीय दोनों मासूमों को चॉकलेट के बहाने माइंस से आधा किलोमीटर दूर एकांत में ले गया। वहां उसने एक बालिका को बहलाकर कुछ दूरी पर ही बिठा दिया और दूसरी को झाडियों में ले जाकर दुष्कर्म किया। चिल्लाने पर उसने पत्थरों से वारकर मासूम को लहूलुहान कर दिया। इससे बालिका वहीं बेहोश हो गई।
उसके बाद वहशी दरिंदे ने दूसरी बालिका को भी हवस का शिकार बनाया। दोनों बालिका रात को अलग-अलग जगहों पर अचेतावस्था में मिली थीं। पुलिस ने सुबह उनका राजनगर के आर.के. राजकीय चिकित्सालय में मेडिकल करवाया। अत्यघिक रक्तस्राव से चिकित्सकों ने दोनों बालिकाओं की हालत ठीक नहीं बताई है। हालांकि दोनों बालिकाओं को आवश्यक उपचार देकर परिजनों को सौंप दिया है।
आरोपी एलएनटी माइंस में मिस्त्री है, शिफ्ट अलग होने से वह दिन में घर पर ही था। जब बालिकाओं को वह लेकर जा रहा था तब माइंस के कई मजदूरों ने उन्हें देखा भी था। रात को बालिकाओं के अचेतावस्था में मिलते ही दुष्कर्म की आशंका जताते हुए श्रमिकों व ग्रामीणों ने तुरंत ही आरोपी को धर दबोचा। इस घटना के बाद से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने पुलिस के समक्ष विरोध भी किया। दूसरे दिन तक वे पुलिस की कार्रवाई के दौरान साथ रहे।
एकांत में ले गया था आरोपी
आरोपी बैसाखू सोमवार दोपहर तीन व चार वर्षीय दोनों मासूमों को चॉकलेट के बहाने माइंस से आधा किलोमीटर दूर एकांत में ले गया। वहां उसने एक बालिका को बहलाकर कुछ दूरी पर ही बिठा दिया और दूसरी को झाडियों में ले जाकर दुष्कर्म किया। चिल्लाने पर उसने पत्थरों से वारकर मासूम को लहूलुहान कर दिया। इससे बालिका वहीं बेहोश हो गई।
उसके बाद वहशी दरिंदे ने दूसरी बालिका को भी हवस का शिकार बनाया। दोनों बालिका रात को अलग-अलग जगहों पर अचेतावस्था में मिली थीं। पुलिस ने सुबह उनका राजनगर के आर.के. राजकीय चिकित्सालय में मेडिकल करवाया। अत्यघिक रक्तस्राव से चिकित्सकों ने दोनों बालिकाओं की हालत ठीक नहीं बताई है। हालांकि दोनों बालिकाओं को आवश्यक उपचार देकर परिजनों को सौंप दिया है।
आरोपी एलएनटी माइंस में मिस्त्री है, शिफ्ट अलग होने से वह दिन में घर पर ही था। जब बालिकाओं को वह लेकर जा रहा था तब माइंस के कई मजदूरों ने उन्हें देखा भी था। रात को बालिकाओं के अचेतावस्था में मिलते ही दुष्कर्म की आशंका जताते हुए श्रमिकों व ग्रामीणों ने तुरंत ही आरोपी को धर दबोचा। इस घटना के बाद से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने पुलिस के समक्ष विरोध भी किया। दूसरे दिन तक वे पुलिस की कार्रवाई के दौरान साथ रहे।
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