Tuesday, December 8, 2009

बिन किताब कैसे दें परीक्षा

राजसमंद। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने राज्यभर के दसवीं से बारहवीं तक के कई स्कूलों में अब तक पाठ्यपुस्तकों की अंतिम खेप नहीं भेजी है। ऎसे में कई छात्रों को गुरूवार से शुरू हो रही अर्द्धवार्षिक परीक्षा बिना पुस्तकों के ही देनी पडेगी। माध्यमिक शिक्षा विभाग सूत्रों के अनुसार राजसमंद जिले के 70 स्कूलों में तो एक भी पुस्तक नहीं पहुंची है।
उल्लेखनीय है कि बोर्ड उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यालयों को नामांकन की तुलना में हर वर्ष आधी पुस्तकें मुहैया कराता है। बोर्ड का पाठ्यक्रम चार से पांच वर्ष में बदलने की परम्परा है। इसी के चलते इस वर्ष बोर्ड के पास पुस्तकों का अभाव रहा और पुस्तकें चार खेप में विद्यालयों को उपलब्ध कराई गर्ई। शिक्षण सत्र शुरू होने के बाद पहली, दूसरी व तीसरी खेप आरंभिक महीनों में व चौथी खेप अगस्त में दी गई।
इसके बाद सितम्बर में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सभी माध्यमिक जिला शिक्षा अघिकारियों को पुस्तकों की अतिरिक्त मांग भेजने को कहा, लेकिन मांग पत्र बोर्ड की फाइलों में दब गए। नतीजा यह हुआ कि अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं आ गईं, किताबों का अता-पता नहीं है।
70 स्कूलों में एक भी किताब नहीं
राजसमंद जिले में उच्च माध्यमिक स्तर के 269 विद्यालय हैं। इनमें से 221 सरकारी व शेष 48 विद्यालय गैर सरकारी हैं। पिछले वर्ष राज्य सरकार ने आदेश जारी कर जिले के 68 उच्च प्राथमिक स्कूलों को माध्यमिक में क्रमोन्नत कर दिया था। इसके बावजूद पुस्तकें उपलब्ध कराने में सभी पक्षों को नजरअंदाज किया गया। सितम्बर से अब तक माध्यमिक शिक्षा कार्यालय की ओर से बोर्ड सचिव को चार पत्र मांग पत्र भेजने के बावजूद पुस्तकों की आपूर्ति नहीं की गई है।

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