रेलमगरा। कस्बे में मंगलवार दोपहर बाद रेगर समाज के करीब पन्द्रह परिवारों के बाडे में लगी अचानक आग से हाहाकार मच गया। आग लगने की रफ्तार इतनी तेज थी कि देखते ही देखते भयंकर अग्निकांड का रूप ले लिया। चारों ओर धुआं ही धुआं था। एकबारगी दिन में ही अंधेरा हो गया।
आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि पानी लाने के बावजूद आग के पास कोई जाने की हिम्मत नहीं कर सका। लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी जिसके बाद राजसमंद व दरीबा से दमकल पहंुचीं।
इससे पूर्व सरपंच प्रकाश चौधरी ने पानी के टैंकर मंगवाए और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग पर करीब तीन घंटे बाद कहीं जाकर काबू पाया जा सका। आग को बढावा देने में तेज रफ्तार से चल रही हवा ने और घी का काम किया।
जानकारी के अनुसार समाज के गोवर्द्धन पुत्र दयाराम रेगर के बाडे में आग लगी जो देखते ही देखते 15 मिनट में 15 बाडों तक फैल गई। आग में पशु भी जले। बताया गया कि गोवर्द्धन रेगर के बाडे में चार गाडी कडब, 8 गाडी घास के पूले जल गए व एक भैंस झुलस गई।
कृष्णलाल पुत्र कालूराम रेगर को दस गाडी सूखी लकडी व 20 गाडी घास का नुकसान हुआ। हुकम पुत्र उदयराम रेगर को पांच गाडी चारा, पांच गाडी लकडी, चार गाडी गोबर खाद, मांगीलाल पुत्र नानाा लाल रेगर के बाडे में भैंस जल गई।
यहां बारह गाडी लकडी, पांच गाडी चारा, पांच गाडी गोबर की खाद का नुकसान हुआ। भैरूलाल पुत्र डालू रेगर पांच गाडी खाद, पांच गाडी लकडी, तीन गाडी चारा, हरिराम पुत्र मोती रेगर को दो गाडी लकडी, तीन गाडी चारा व एक गाडी गोबर खाद, नानालाल पुत्र वेणीराम रेगर को दो गाडी चारा, दो गाडी गोबर खाद, एक गाडी लकडी, राधेश्याम पुत्र गोदा रेगर को दो गाडी खाद, दो गाडी चारा, दो गाडी लकडी, बद्रीलाल पुत्र रामा रेगर को लकडी व गोबर खाद, मोहन पुत्र किसनलाल रेगर को घास, खाद व लकडी, किसनलाल पुत्र गुलाब रेगर को पन्द्रह गाडी घास, सहित मकान भी खाक हो गया।
पप्पू पुत्र धन्ना रेगर, दस गाडी चारा, लकडी, खाद और ढालिया करीब एक लाख रूपए का नुकसान, भंवरलाल पुत्र डूंगा रेगर को घास, लकडी व घर का, लालू पुत्र हंसराज रेगर के दो कमरों की दीवारें क्षतिग्रस्त, घास, लकडी सहित एक लाख पन्द्रह हजार रूपए का नुकसान हुआ। गनी पुत्र सफ ी मोहम्मद को घास, लकडी और बाडे की चारदीवारी व एक भैंस का आंशिक रूप से जल गए।
आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि पानी लाने के बावजूद आग के पास कोई जाने की हिम्मत नहीं कर सका। लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी जिसके बाद राजसमंद व दरीबा से दमकल पहंुचीं।
इससे पूर्व सरपंच प्रकाश चौधरी ने पानी के टैंकर मंगवाए और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग पर करीब तीन घंटे बाद कहीं जाकर काबू पाया जा सका। आग को बढावा देने में तेज रफ्तार से चल रही हवा ने और घी का काम किया।
जानकारी के अनुसार समाज के गोवर्द्धन पुत्र दयाराम रेगर के बाडे में आग लगी जो देखते ही देखते 15 मिनट में 15 बाडों तक फैल गई। आग में पशु भी जले। बताया गया कि गोवर्द्धन रेगर के बाडे में चार गाडी कडब, 8 गाडी घास के पूले जल गए व एक भैंस झुलस गई।
कृष्णलाल पुत्र कालूराम रेगर को दस गाडी सूखी लकडी व 20 गाडी घास का नुकसान हुआ। हुकम पुत्र उदयराम रेगर को पांच गाडी चारा, पांच गाडी लकडी, चार गाडी गोबर खाद, मांगीलाल पुत्र नानाा लाल रेगर के बाडे में भैंस जल गई।
यहां बारह गाडी लकडी, पांच गाडी चारा, पांच गाडी गोबर की खाद का नुकसान हुआ। भैरूलाल पुत्र डालू रेगर पांच गाडी खाद, पांच गाडी लकडी, तीन गाडी चारा, हरिराम पुत्र मोती रेगर को दो गाडी लकडी, तीन गाडी चारा व एक गाडी गोबर खाद, नानालाल पुत्र वेणीराम रेगर को दो गाडी चारा, दो गाडी गोबर खाद, एक गाडी लकडी, राधेश्याम पुत्र गोदा रेगर को दो गाडी खाद, दो गाडी चारा, दो गाडी लकडी, बद्रीलाल पुत्र रामा रेगर को लकडी व गोबर खाद, मोहन पुत्र किसनलाल रेगर को घास, खाद व लकडी, किसनलाल पुत्र गुलाब रेगर को पन्द्रह गाडी घास, सहित मकान भी खाक हो गया।
पप्पू पुत्र धन्ना रेगर, दस गाडी चारा, लकडी, खाद और ढालिया करीब एक लाख रूपए का नुकसान, भंवरलाल पुत्र डूंगा रेगर को घास, लकडी व घर का, लालू पुत्र हंसराज रेगर के दो कमरों की दीवारें क्षतिग्रस्त, घास, लकडी सहित एक लाख पन्द्रह हजार रूपए का नुकसान हुआ। गनी पुत्र सफ ी मोहम्मद को घास, लकडी और बाडे की चारदीवारी व एक भैंस का आंशिक रूप से जल गए।
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