राजसमंद। जिला पुलिस की अब सूरत बदलने लगी है। फाइलों में सर झुकाए तहरीर लिखते पुलिसकर्मियों का स्थान अब कम्प्यूटर के साथ की-बोर्ड पर चली उंगलियों ने ले लिया है। सूचना प्रौद्योगिकी के इस नए कार्य को अमली जामा पहनाने का काम बुधवार से औपचारिक रूप से शुरू हुआ।
बुधवार को जिले के पहले ऑनलाइन थाने के रूप में रेलमगरा थाने की बैठक पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन ने ली। पुलिस अधीक्षक ने वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के जरिए ली इस बैठक में थानाधिकारी योगेश चौहान सहित सभी बीट तथा केस ऑफिसर्स से विभिन्न मामलों की जानकारी ली। इस अवसर पर उपाधीक्षक राजेश गुप्ता भी मौजूद थे।
यह है योजना
पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ने बताया कि योजना के तहत थानों से सीधा जुडाव बनाने के साथ अपराधों की त्वरित ऑनलाइन जानकारियां उपलब्ध हो सकेगी। इससेप्रतिदिन जिले के दो या तीन थानों के साथ सीधा संपर्क साधकर वहां की जानकारियां ली जाएंगी। इसमें लम्बित प्रकरण, परिवाद तथा गत सप्ताह दिए जाने वालों लक्ष्यों की समीक्षा की जाएगी।
ये होगा फायदा
ऑनलाइन सिस्टम से प्रकरणों के संबंध में सीधे आवश्यक निर्देश के साथ मौके पर ही कई प्रकरणों का निस्तारण संभव होगा। इससे न सिर्फ थानों में लम्बित मामले घटेंगे बल्कि जनता को भी कालांतर में लाभ मिलने शुरू हो जाएंगे।
बुधवार को जिले के पहले ऑनलाइन थाने के रूप में रेलमगरा थाने की बैठक पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन ने ली। पुलिस अधीक्षक ने वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के जरिए ली इस बैठक में थानाधिकारी योगेश चौहान सहित सभी बीट तथा केस ऑफिसर्स से विभिन्न मामलों की जानकारी ली। इस अवसर पर उपाधीक्षक राजेश गुप्ता भी मौजूद थे।
यह है योजना
पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ने बताया कि योजना के तहत थानों से सीधा जुडाव बनाने के साथ अपराधों की त्वरित ऑनलाइन जानकारियां उपलब्ध हो सकेगी। इससेप्रतिदिन जिले के दो या तीन थानों के साथ सीधा संपर्क साधकर वहां की जानकारियां ली जाएंगी। इसमें लम्बित प्रकरण, परिवाद तथा गत सप्ताह दिए जाने वालों लक्ष्यों की समीक्षा की जाएगी।
ये होगा फायदा
ऑनलाइन सिस्टम से प्रकरणों के संबंध में सीधे आवश्यक निर्देश के साथ मौके पर ही कई प्रकरणों का निस्तारण संभव होगा। इससे न सिर्फ थानों में लम्बित मामले घटेंगे बल्कि जनता को भी कालांतर में लाभ मिलने शुरू हो जाएंगे।
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