Wednesday, March 10, 2010

डायन का उलाहना देकर मारने की धमकी

कुंभलगढ कस्बे की मजेरा ग्राम पंचायत के कडेचों की भागल में एक विवाहिता अब भी डायन का दंश लिए घूम रही है जबकि पूरा देश महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था की ओर आंखें गडाए बैठा है।
गांव की नानीबाई पत्नी वरदीसिंह कडेचा (45) ने बताया कि गांव में ही रहने वाली उसकी देवरानी तुलसी तथा मोहनसिंह कडेचा के परिजनों ने एक सप्ताह पूर्व मोहनसिंह के घर बुलवाया।
वहां मोहनसिंह की पत्नी को कथित भाव आए और उसने नानीबाई का हाथ पकडकर कहा कि तू डायन है। तू मेरे पीछे लग गई है। इस पर सभी ने मिलकर उसके साथ धक्का-मुक्की करते हुए पत्थर, लाठी व सरिये से मारपीट का प्रयास किया लेकिन तब तक उसका पति वहां पहुंच गया और मामले को ठण्डा किया।
वरदीसिंह ने बताया कि वहां मौजूद मोहनसिंह के पिता जैरामसिंह ने कहा कि उनकी पहली पत्नी को भी नानीबाई ने ही मरवाया है। इन्होंने बताया कि इनका जीना दूभर हो गया है। वह तथा उसका परिवार तिरस्कृत जीवन जीने को मजबूर है। इस पर उसने गांव वालों को भी इकट्ठा किया लेकिन आरोपी गांव वालों के सामने बहानेबाजी कर बच निकले।
उसके बाद वे वापस उन्हें परेशान कर रहे हैं। अपनी पत्नी के सिर लगे डायन के दाग को मिटाने के लिए वरदीसिंह दर-दर की ठोकरें खा रहा है। वरदीसिंह ने आरोप लगाया कि मोहनसिंह ने तो पुलिस में भी नानीबाई के डायन होने का मामला दर्ज कराने की जानकारी दी, इसलिए पुलिस भी उसका साथ नहीं देगी।
मामले की जानकारी मिली है। अनुसंधान के लिए मौके पर जा रहा हूं। दोषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।
सुरेशचंद्र पालीवाल, सहायक उपनिरीक्षक केलवाडा

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