Thursday, March 18, 2010

'भ्रूण हत्या न हो'

प्रोत्साहित करते के लिए मां-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि राजेन्द्रसिंह चारण ने सम्मेलन में बाल विवाह पर रोक, भू्रण हत्या एवं बालिका शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मायड भाषा राजस्थानी को मान्यता देने से ही महिला सशक्त होंगी। छात्र-छात्राओं ने सम्मेलन के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी व महिलाएं ने जलेबी रेस, कुर्सी रेस आदि स्पर्द्धाओं में हिस्सा लिया। अतिथियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने वाले विद्यार्थियों व महिलाओं को पुरस्कार प्रदान किए गए। इस दौरान चंद्रेश श्रीमाली, स्नेहलता, कैलाश जीनगर, सीमा बण्डी, इंद्रा वैष्णव, च्योति पालीवाल आदि मौजूद थे।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पिपलांत्री कलां में गुरूवार को मां-बेटी सम्मेलन नोडल प्रभारी बाबूलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुआ। मुख्य अतिथि के. के. गौड, विशिष्ट अतिथि सरपंच देवीदास वैष्णव थे। इस अवसर पर केसुलाल पालीवाल, देशबन्धु आचार्य, राजश्री तैलंग, भावना मेहता, कृष्णगोपाल शर्मा, गिरधारीलाल ने बेटी की शिक्षा पर वार्ता दी। संस्था प्रधान मीठालाल पालीवाल ने आभार व्यक्त किया।
देवगढ । महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम के तहत गुरूवार को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय विजयपुरा में मां-बेटी सम्मेलन हुआ। नोडल प्रभारी राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि मुख्य अतिथि खण्ड चिकित्सा अधिकारी रविनन्द चहल थे। अध्यक्षता पूर्व सरपंच मेघराज सालवी ने की। डॉ. चहल ने कहा कि समाज व परिवार का विकास नारी के शिक्षित होने पर ही सम्भव हैं। कार्यक्रम में शिक्षिका निर्मल तंवर ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक कालूसिंह राणावत, बालिका शिक्षा प्रभारी राधा अग्रवाल भी मौजूद थी।

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