Sunday, March 21, 2010

आग से घास व लकडियां राख

मोही। गांव के समीप एनिकट के आस-पास बने बाडों में रविवार अपरान्ह लगी अचानक आग से करीब दस घाडी घास जलकर राख हो गई। सूचना मिलने पर ग्रामीण स्त्री-पुरूष मदद को दौड पडे तथा टैंकरों से पानी लाकर स्थानीय स्तर पर बडी मशक्कत के बाद काबू पाया। करीब सवा तीन बजे एनिकट के समीप के एक बाडे में रखी घास में आग लग गई।
वहां से गुजर रहे विनोद रेगर ने देखा तो उसने गांव में सूचना दी। देखते ही देखते आग भयावह रूप लेते हुए हवा के रूख के साथ पास के बाडों तक फैलने लगी तथा आगे से आगे बढने लगी। सूचना मिलते ही गांव से लोग दौड पडे। काफी मशक्कत के बाद आखिर आग पर काबू पा लिया गया। आग लगने के कारणाेंका पता नहीं चल सका है।
आग बुझने के बाद आई दमकलग्रामीणों द्वारा अपने स्तर पर आग पर काबू करने के बाद कांकरोली से दमकल पहुंची, जिस पर ग्रामीणों ने रोष जाहिर किया।
इनका हुआ नुकसानरविवार को लगी आग में मदनलाल रेगर के बाडे में दो गाडी घास व तीन गाडी लकडिया, भंवरलाल रेगर के तीन गाडी लकडियां व चार गाडी चारा, लालूराम रेगर के पांच गाडी चारा व तीन गाडी लकडियां, सोहनलाल रेगर के दो गाडी लकडियां, अम्बालाल रेगर के तीन गाडी लकडियां , भूरालाल रेगर के बाडे में रखी दो गाडी लकडियां जल कर राख हो गई। ग्रामीणों ने आग से हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है।
बछडा हुआ जख्मी : आग की लपटों में लालूराम रेगर के बाडे मे बन्धा गाय का बछडा भी चपेट में आ गया, जिसे लोगों ने बाहर निकाल कर बचाया।

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