राजसमन्द। जिले के दुग्ध उत्पादकों के दूध को संग्रह करने के लिए 50 हजार लीटर क्षमता वाली डेयरी बनाई जाएगी। जिला कलक्टर के अनुसार इसके लिए इस संबंध में उदयपुर डेयरी के प्रबन्धक को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
इस डेयरी के प्लान्टेशन तथा इसके लिए 40 से 50 बीघा जमीन की उपलब्धता के संबंध में मंगलवार को जिला कलक्टर कक्ष में बैठक हुई। बैठक में कलक्टर ने निर्देश दिए कि जिले के भावी विकास को दृष्टिगत रखते हुए कम से कम 50 हजार लीटर क्षमता की डेयरी बनाई जाए, जिसमें जिले के पशुपालक अपना दूध डेयरी को दे और उन्हें दूध का वाजिब दाम मिले।
डेयरी प्लांट के लिए जमीन से सम्पूर्ण संयंत्र की रिपोर्ट 10 दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यकारी अघिकारी रामपाल शर्मा, उदयपुर डेयरी के प्रतिनिघि आदि उपस्थित थे।
इस डेयरी के प्लान्टेशन तथा इसके लिए 40 से 50 बीघा जमीन की उपलब्धता के संबंध में मंगलवार को जिला कलक्टर कक्ष में बैठक हुई। बैठक में कलक्टर ने निर्देश दिए कि जिले के भावी विकास को दृष्टिगत रखते हुए कम से कम 50 हजार लीटर क्षमता की डेयरी बनाई जाए, जिसमें जिले के पशुपालक अपना दूध डेयरी को दे और उन्हें दूध का वाजिब दाम मिले।
डेयरी प्लांट के लिए जमीन से सम्पूर्ण संयंत्र की रिपोर्ट 10 दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यकारी अघिकारी रामपाल शर्मा, उदयपुर डेयरी के प्रतिनिघि आदि उपस्थित थे।
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