राजसमंद। अणुव्रत विश्व भारती (अणुविभा) के दो वर्ष के कार्यकाल के लिए युवा कार्र्यकत्ता एवं समाजसेवी तेजकरण सुराणा को वार्षिक साधारण सभा में सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया।
तेजकरण सुराणा गत अनेक वर्षों से अणुविभा से जुडे है। अणुविभा के कार्याध्यक्ष व अन्तर्राष्ट्रीय समायोजन परिषद् के अध्यक्ष के रूप में सुराणा ने संस्था के विकास में अहम भूमिका निभायी है। मूलत: चुरू निवासी एवं दिल्ली प्रवासी सुराणा अनेक सार्वजनिक संस्थाओं से जुडें हुए है। अणुविभा के संस्थापक मोहनभाई ने कहा तेजकरण को मैनें भारतीय संस्कार निर्माण समिति के सक्रिय युवा कार्र्यकत्ता के रूप में देखा है।
इस अवसर पर विभा का अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष पद सृजित करने का निर्णय लिया गया। सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस पद पर सोहनलाल गांधी के मनोनयन का प्रस्ताव पारित किया। तेजकरण सुराणा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मै एक साधारण कार्र्यकत्ता हूं। अणुविभा जैसी विशाल संस्था क अध्यक्षीय दायित्व मेरे लिए बडी चुनौति है। पूयवरों के आशीर्वाद व कार्र्यकत्ताओं के सहयोग से ही मै इसे सफलतापूर्वक निभा पाऊंगा। अणुव्रत महासमिति के अध्यक्ष श्री निर्मल रांक ा, भीकमचन्द नखत, संचय जैन, डॉ. हीरालाल श्रीमाली, सुरेश कावडिया, डी.सी.जैन, बालमुकुन्द सनाढय सहित उपस्थित अनेक कार्र्यकत्ताओं ने सुराणा को बधाई दी।
तेजकरण सुराणा गत अनेक वर्षों से अणुविभा से जुडे है। अणुविभा के कार्याध्यक्ष व अन्तर्राष्ट्रीय समायोजन परिषद् के अध्यक्ष के रूप में सुराणा ने संस्था के विकास में अहम भूमिका निभायी है। मूलत: चुरू निवासी एवं दिल्ली प्रवासी सुराणा अनेक सार्वजनिक संस्थाओं से जुडें हुए है। अणुविभा के संस्थापक मोहनभाई ने कहा तेजकरण को मैनें भारतीय संस्कार निर्माण समिति के सक्रिय युवा कार्र्यकत्ता के रूप में देखा है।
इस अवसर पर विभा का अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष पद सृजित करने का निर्णय लिया गया। सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस पद पर सोहनलाल गांधी के मनोनयन का प्रस्ताव पारित किया। तेजकरण सुराणा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मै एक साधारण कार्र्यकत्ता हूं। अणुविभा जैसी विशाल संस्था क अध्यक्षीय दायित्व मेरे लिए बडी चुनौति है। पूयवरों के आशीर्वाद व कार्र्यकत्ताओं के सहयोग से ही मै इसे सफलतापूर्वक निभा पाऊंगा। अणुव्रत महासमिति के अध्यक्ष श्री निर्मल रांक ा, भीकमचन्द नखत, संचय जैन, डॉ. हीरालाल श्रीमाली, सुरेश कावडिया, डी.सी.जैन, बालमुकुन्द सनाढय सहित उपस्थित अनेक कार्र्यकत्ताओं ने सुराणा को बधाई दी।
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