Wednesday, October 14, 2009

कैसे मिटेगी नौनिहालों की भूख!

चारभुजा। यहां सेक्टर चारभुजा के अधीन संचालित 28 आंगनवाडी केन्द्रों को गत पांच माह से पोषाहार राशि नहीं मिली है। इससे यहां कार्यरत कार्यकर्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। स्थिति यह है कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को मानदेय से खाद्य सामग्री खरीद कर बच्चों को पोषाहार परोसना पड रहा है। ये हैं आंगनवाडी केंद्रयहां लालेरा की भागल, भोपजी की भागल, चारभुजा, मोराना, टाडावाडा गुजरान, साथिया, लोर, धनायका, बोरड, झीलवाडा, मानावतों का गुडा, चदाणा की भागल, हट्टा जी का गुडा, सेवंत्री, कसार, जाम्बू का तालाब, नीचला घाटडा और वारंदा सहित 28 आंगनवाडी केंद्र संचालित हैं।पांच माह से जोह रहे बाटयहां संचालित इन दो दर्जन से अघिक आंगनवाडी केन्द्रों पर लगभग साढे चार सौ बच्चे हैं जिन्हें पोषाहार उपलब्ध करवाना आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है, लेकिन पांच माह से इन केन्द्रों को पोषाहार राशि नहीं मिलने से आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। दिलचस्प बात यह है कि कार्यकर्ताओं को प्रति माह मिल रहे मानदेय में से बच्चों को पोषाहार मुहैया करवाना पड रहा है। ऎसे में दीपावली नजदीक होने से कार्यकर्ताओं के समक्ष आर्थिक संकट भी है। उन्होंने पोषाहार राशि के भुगतान की मांग की है।

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