Tuesday, October 20, 2009

आग से कपास व घास खाक

राजसमंद। जिले में शनिवार को दीपोत्सव पर जहां एक ओर पटाखों की आवाज से आकाश गूंज रहा था वहीं कुछ स्थानों पर आतिशबाजी के चलते आग लगने से कपास, घास, लकडी और कडब खाक हो गए।
गिलूण्ड (निसं.)। गिलूण्ड व जवासिया गांवों में दो अलग-अलग जगहों पर शनिवार को लगी आग से पशुओं को बांधने की टाप एवं सूखा चारा जलकर राख हो गया। जवासिया में किशनलाल जाट के बाडे के बाहर आतिशबाजी से उछली चिंगारी से पशुओं को बांधने के लिए बनी टाप में आग लग गई। धुंआ देख बडी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे व नजदीक ही बने कुएं से पानी लाकर आग पर काबू पाया। दूसरी जगह गिलूण्ड के लक्षकार मोहाल्ले में आतिशबाजी से उठी चिंगारी से नानालाल माण्डोलिया के बाडे में रखे सूखे चारे में आग लग गई। सूचना पाते ही ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और पानी डालकर आग पर काबू पा लिया। आग पर जब तक पूर्ण रूप से काबू पाया जाता तब तक करीब आधी गाडी चारा जलकर राख हो गया।
पीपली आचार्यान (नि.सं.)। यहां शनिवार रात भैरूलाल रांका की सदर बाजार स्थित दुकान में रखा करीब एक क्विं टल कपास पटाखों की चिंगारी से लगी आग की भेंट चढ गया। घटना की जानकारी सुबह मिली।
लसानी (ए.सं.)। एकली छतरी के समीप स्थित एक बीडे में आग लगने से घास, लकडी व कडब राख हो गई। जानकारी के अनुसार शनिवार शाम कंडों से उठी चिंगारी से बीडे में लगी आग से दो ट्रॉली घास, एक ट्रॉली सूखी लकडी तथा 5 क्विंटल कडब जलकर राख हो गए। देवगढ से पहुंचे दमकल कर्मचारियों ने ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया।
सेमा (ए.सं.)। यहां बडा भाणुजा में आग की चपेट से चार बीघे में करीब तीन हजार घास के पूले जलकर राख हो गए। हीरालाल, मोडीराम व नारायण पालीवाल के बीडे में आग से 15 हजार रूपए का नुकसान हुआ।
कुंभलगढ (नि.सं.)। खेंखरे पर मेघवाल बस्ती निवासी स्वरूप लाल मेघवाल के बाडे में आग लगी से करीब 25 हजार की घास व लकडियां राख हो गईं।
देवगढ (निसं.)। छापली बस स्टैण्ड के समीप दीपसिंह रावत के बाडे में रखे करीब दस गाडी चारे में शनिवार रात पटाखों से निकली चिंगारी से आग लग गई। ग्रामीणों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

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