Tuesday, October 20, 2009

हर आंख में छलक आए आंसू

राज्यावास। तिरगे में लिपटे ताबूत को राज राइफल्स यूनिट-13 के जवान अपने कंधों पर उठाकर रवाना हुए तो सैकडों की तादाद में मौजूद लोगों की आंखों से अश्रुधारा छलक पडी।
करीब आधा किलोमीटर दूर बनास नदी पर अमलोई गांव के इस 'लाल' का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। यह सैनिक असम में तैनात था तथा कुछ दिनों पूर्व ही दिवाली की छुटि्टयां मनाने अपने गांव अमलोई आया था। सोमवार शाम एक टैम्पो की चपेट में आने से वह गंभीर घायल हो गया था। अमलोई गांव निवासी सेना का जवान प्रकाश जाट (22) पुत्र मोहनलाल जाट कांकरोली से अपने दादा देवीलाल (50) के साथ मोटरइसाइकिल पर सवार होकर अपने गांव आ रहा था।
इस दौरान मादडी-कुंवारिया के मार्ग पर पावर ग्रिड के समीप सामने से आ रहे एक टैम्पो ने उन्हें टक्कर मार दी। घटना में दोनों ही गंभीर घायल हो गए थे। सूचना मिलने के बाद कुंवारिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची व घायलों को 108 के माध्यम से राजसमंद चिकित्सालय पहुंचाया। जिला चिकित्सालय में देवीलाल (50) पुत्र केशव जाट की मृत्यु हो गई।
प्रकाश (22) को गम्भीर हालत में उदयपुर रेफर किया गया। प्रकाश ने मंगलवार सुबह सवा तीन बजे उपचार के दौरान उदयपुर में दम तोड दिया।
सेना की गाडी लाई शवदोपहर साढे तीन बजे सेना का एक वाहन प्रकाश का शव लेकर गांव में स्थित उसके घर पहुंची तो ग्रामीणों की भीड जमा हो गई। सूबेदार धर्माराम चौधरी के नेतृत्व में सेना के 15 सैनिकों ने वाहन में से शव बाहर निकाला तो वहां मौजूद लोगों की रूलाई फूट पडी।

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