राजसमंद। समीपवर्ती आकोदडा गांव में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं। अतिक्रमणकारी मौका ताड कर मंदिर की भूमि, आम रास्ता, गऊ माता से पथवारी की भूमि, बिला नाम व चरनोट भूमि सहित जहां भी संभव हुआ, कब्जे कर रहे हैं। यही नहीं, कुछ लोगों ने अतिक्रमण के बाद कच्चे-पक्के निर्माण कार्य भी शुरू कर दिए हैं। प्रशासन की अनदेखी के चलते अतिक्रमण करने वालों की बाढ सी आ गई है।
इससे गांव में अशांति का माहौल पैदा हो गया है। इस आशय का ज्ञापन शुक्रवार को आकोदडा के एक दर्जन से अघिक ग्रामीणों ने कार्यवाहक जिला कलक्टर टी.सी. बोहरा को सौंपा। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि राजनीतिक रसूख और ऊंची पहुंच के दम पर लगातार अवैध कब्जे किए जा रहे हैं।
गांव के प्यारेलाल सेवक, जगदीश, मदनलाल, डालचंद, प्रभुलाल, भंवरलाल सहित अन्य ने बताया कि इन अतिक्रमणों को शीघ्र ही ध्वस्त नहीं किया जाता है तो आगामी दिनों में चरनोट, बिलानाम सरकारी भूमि ढूंढे से भी नहीं मिलेगी। यही नहीं, आम रास्ते की भूमि पर भी कब्जे कर निर्माण कराए जा रहे हैं।
इससे गांव में अशांति का माहौल पैदा हो गया है। इस आशय का ज्ञापन शुक्रवार को आकोदडा के एक दर्जन से अघिक ग्रामीणों ने कार्यवाहक जिला कलक्टर टी.सी. बोहरा को सौंपा। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि राजनीतिक रसूख और ऊंची पहुंच के दम पर लगातार अवैध कब्जे किए जा रहे हैं।
गांव के प्यारेलाल सेवक, जगदीश, मदनलाल, डालचंद, प्रभुलाल, भंवरलाल सहित अन्य ने बताया कि इन अतिक्रमणों को शीघ्र ही ध्वस्त नहीं किया जाता है तो आगामी दिनों में चरनोट, बिलानाम सरकारी भूमि ढूंढे से भी नहीं मिलेगी। यही नहीं, आम रास्ते की भूमि पर भी कब्जे कर निर्माण कराए जा रहे हैं।
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