Monday, October 12, 2009

सोम पुष्य पर हुए 700 करोड के कारोबार

भारतीय अर्थव्यवस्था से मंदी के बादल छंट चुके हैं। बाजार से मिल रहे उत्साहवर्द्धक संकेतों पर गौर करें तो यह अहसास यकीन में बदल जाता है। पिछली दीपावली के मुकाबले इस वर्ष तस्वीर बदली हुई है। अकेले राजस्थान में ही सोम पुष्य पर हुए 700 करोड के कारोबार ने अच्छे त्योहारी सीजन का आभास दे दिया है, तो पिछली लक्ष्मीपूजा पर 8500 अंकों के रसातल में पहुंच गए शेयर सूचकांक मजबूत लिवाली के बूते 384 अंकों की उछाल के साथ 17000 से ऊपर जा पहुंचा है।
उत्पादन क्षेत्र ने भी अगस्त में 22 माह के उच्चतम स्तर यानी 10.4 फीसदी बढोतरी हासिल कर शुभ शगुन की शुरूआत कर दी है। अब यदि सभी क्षेत्रों में खुशहाली आएगी तो नौकरीपेशा लोगों का लाभ क्यों नहीं मिलेगा। अनुमान है कि 50 फीसदी कम्पनियां बडी संख्या में नई नियुक्तियां कर सकती हैं और हमारे यहां वेतनों में 8 फीसदी तक वृद्धि दर्ज हो सकती है।
प्रदेश में 700 करोड से ज्यादा का कारोबारजयपुर। प्रदेश में दीपावली व धनतेरस पर होने वाली खरीद का आगाज कारोबारियों के नजरिये से सोमवार को सोम पुष्य नक्षत्र पर हो गया। अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों के आकंडों के अनुसार पुष्य नक्षत्र पर राज्य में एक दिन में 700 करोड से ज्यादा का करोबार हुआ। ऎसे में ऑटोमोबाइल, प्रॉपर्टी, सोने-चांदी, इलेक्ट्रोनिक्स व इलेक्ट्रिकल व कपडा व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर सुबह से देर रात तक खरीददारों व बुकिंग कराने वालों का तांता लगा रहा।
500 करोड का शुभ मुहूर्तसोम पुष्य मुहूर्त के लिहाज से लोगों ने प्रदेश के 100 ज्यादा बिल्डर्स व प्रॉपर्टी विक्रेता से करीब 250 फ्लैट व मकान, करीब 125 दुकान व कार्यालय के अलावा जमकर भूखण्ड व फार्म हाउस आदि की खरीद-बिक्री की। राजस्थान बिल्डर्स एण्ड डवलपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता के अनुसार सोम पुष्य पर राज्य में करीब 500 करोड का कारोबार हुए।
ऑटोमोबाइल में 100 करोड का करोबारऑटोमोबाइल डीलरों के अनुसार सोम पुष्य नक्षत्र पर 100 करोड से ज्यादा का कारोबार हुआ। इसमें करीब 800 से ज्यादा विभिन्न कम्पनियों की कार, 1000 के करीब दोपहिया वाहन व 300 के आस-पास कॉमर्शियल वाहन के खरीद-बिक्री का अनुमान है। राजस्थान ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के सचिव नरेश सिंघल के अनुसार प्रदेश में दोपहिया, चौपहिया व कॉमर्शियल वाहन 2000 से ज्यादा वाहन बिके।
इलेक्ट्रॉनिक्स में 50 करोड का कारोबारइलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल बाजार में करीब 175 से 200 एलसीडी टीवी, 100 से ज्यादा फ्रीज, 150 से ज्यादा वॉशिंग मशीन व माइक्रोवेव ओवन व डीवीडी प्लेयर आदि की बिक्री का अनुमान है। राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एस. के. कालानी बताते हैं कि प्रदेश में करीब 50 करोड से ज्यादा का कारोबार हुआ है।
ज्वैलरी व बर्तन में 35 करोड की खरीददारीजयपुर सर्राफा कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वरलाल गोयल व जयपुर अलोह धातु व्यापार संघ के महामंत्री मानकचंद फागीवाला के अनुसार सोम पुष्य पर सोने-चांदी व बर्तन आदि धातुओं में एक दिन में राज्य में करीब 35 से 40 करोड रूपए का कारोबार हुआ। इनमें ज्वैलरी में करीब 18 से 20 करोड व बर्तन व्यवसाय में 10 से 12 करोड के कारोबार का अनुमान है।
टैक्सटाइल्स व रेडीमेडराजस्थान रेडीमेड वस्त्र निर्माता व विक्रेता संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र सेठी के अनुसार दीपावली व शादियों का सीजन शुरू होने के साथ ही सोमवार को शुभ मुहूर्त मे प्रदेश में 15 करोड से ज्यादा के कारोबार होने का अनुमान है। इसके अलावा क्षेत्र से जुडे जानकारों के मुताबिक पुष्य नक्षत्र पर मिठाई, पटाखें, कॉस्मेटिक्स, फर्नीचर आदि क्षेत्र में करीब 30 करोड के कारोबार हुए।
सेंसेक्स सरपटमुम्बई। औद्योगिक उत्पादन में जोरदार वृद्धि तथा अम्बानी बंधुओं के बीच सुलह की उम्मीद के बीच घरेलू शेयर बाजारों ने सोमवार को जबरदस्त छलांग लगाई। बीएसई सूचकांक सेंसेक्स 384 अंक की बढत के साथ 17,026.67 अंक पर पहुंच गया जबकि एनएसई निफ्टी भी 109.05 अंक बढकर 5054.25 अंक पर बंद हुआ। सोमवार को संस्थागत निवेशकों ने बाजार में बडी खरीदारी की है।
औद्योगिक उत्पादन 10.4 फीसदी बढानई दिल्ली। त्यौहारी मौसम और उपभोक्ताओं की बढती मांग अर्थव्यवस्था के लिए उत्साहवर्द्धक साबित हो रही है। खनन, कारखाना और बिजली क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष के अगस्त महीने में औद्योगिक वृद्धि दर 10.4 फीसदी रही। क्षेत्र की यह वृद्घि पिछले 22 महीनों में सर्वाधिक है। पिछले वित्त वर्ष के समान माह में औद्योगिक वृद्धि दर मात्र 1.7 फीसदी थी। कुल 17 औद्योगिक समूह में से 14 में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।बदहाली का दौर गुजराअर्थव्यवस्था की बदहाली का दौर गुजर चुका है। महंगाई सूखे की वजह से थी। इस पर अंकुश के कदम उठाए जा चुके हैं। मार्च 2010 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.3 से 6.5 फीसदी तक की दर से बढने की सम्भावना है।'-डॉ. मनमोहन सिंह, प्रधानमंत्री
वेतन की फुलझडीनई दिल्ली। भारतीय कम्पनियों की ओर से इस साल अपने कर्मचारियों के वेतन में औसतन आठ फीसदी तक बढोतरी का अनुमान है। साथ ही करीब 50 फीसदी कम्पनियां अगले महीनों में बडी संख्या में नई नियुक्तियां कर सकती हैं। वैश्विक मानव संसाधन सलाहकार मर्सर के सर्वेक्षण में कहा गया है कि अगले वष्ाü कम्पनी जगत में औसतन वृद्धि 11 फीसदी तक पहुंच सकती है।

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