Saturday, October 31, 2009

विद्या के मंदिर में दवाखाना

राजसमंद। चार लाख रूपए खर्च होने के बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर भगवान्दा खुर्द स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र अधूरा पडा है। साल भर से अधूरे इस चिकित्सालय में लेबर व आउटडोर रूम के साथ ही कई सुविधाएं नहीं हैं। यह राउप्रावि में संचालित हो रहा है जिससे बच्चों की पढाई बाधित हो रही है। सरपंच ने उपलब्ध करवाई जमीनयहां चिकित्सालय बना और क्षेत्रीय लोगों को चिकित्सा सुविधा देने के लिए मुण्डोल ग्राम पंचायत की सरपंच रूकमादेवी ने भगवान्दा खुर्द स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के पास भूमि उपलब्ध करवाई है।चार लाख स्वीकृतसरपंच की ओर से जमीन उपलब्ध होने के बाद चिकित्सा विभाग ने यहां उप स्वास्थ्य केन्द्र निर्माण के लिए चार लाख रूपए स्वीकृत किए हैं। स्वीकृत धन राशि में से चिकित्सालय में लेबर व आउटडोर रूम, सुलभ सुविधाएं व फर्श आदि का निर्माण होना शामिल था।रूपए खर्च, चिकित्सालय अधूरा विभाग की ओर से स्वीकृत चार लाख रूपए खर्च हो गए, लेकिन चिकित्सालय अधूरा ही रहा। लेबर व आउटडोर रूम नहीं बन सका है। सुलभ सुविधाओं के साथ ही चारदीवारी तक निर्मित नहीं हो सकी है। मात्र दो कमरे रंगरोगन के लिए तरस रहे हैं। फर्श का नामोनिशान तक नहीं है। अस्पताल एक साल से वीरान पडा है।स्कूल में अस्पतालउप स्वास्थ्य केन्द्र आधाअधूरा निर्मित होने से वर्तमान में चिकित्सालय के पास स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में संचालित हो रहा है।पढाई राम भरोसेविद्यालय में अस्पताल संचालित होने से यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों की पढाई बाधित हो रही है। वर्तमान में यहां दो सौ से अधिक विद्यार्थी भविष्य के सपने बुन रहे हैं। सुबह नौ से एक बजे तक चिकित्सालय और साढे दस से शाम साढे चार बजे तक पाठशाला संचालित होने के बीच यहां आने वाले मरीजों के कारण बच्चों की पढाई ढंग से नहीं हो रही है।इनका कहना हैस्वास्थ्य केन्द्र एक साल से अधूरा पडा है जिससे क्षेत्रीय निवासियों को चिकित्सा सुविधा मुहैया नहीं हो पा रही है। -रूकमा देवी, सरपंच, ग्राम पंचायत मुण्डोलपहाडी समतल करने के लिए अतिरिक्त राशि व्यय हुई जिससे अस्पताल का पूर्ण निर्माण नहीं हो सका। अग्रीम राशि के लिए सीएमएचओ को पत्र लिखा जा चुका है। -पी. के. सुखवाल, कार्यवाहक सहायक अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, खमनोर

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