राज्य सरकार की लापरवाही के चलते बैठे-ठाले ही बीएड कॉलेजों के शिक्षा सत्र में करीब एक माह का विलम्ब हो गया है। पीटीईटी की तीसरे चरण की ऑन लाइन काउंसलिंग निरस्त करने के बाद राज्य सरकार के नुमाइंदे इस बात को भूल बैठे हैं कि तीसरे दौर की काउंसलिंग दुबारा भी करानी है।
कब सरकार का आदेश मिलेगा और कब काउंसलिंग होगी। पीटीईटी आयोजक जोधपुर का जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय इस बारे में अभ्यर्थियों को कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं है। राज्य सरकार ने राजस्थान हाइकोर्ट जयपुर बैंच के आदेशानुसार सात नए कॉलेजों को काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल करने के लिए पीटीईटी की तीसरे चरण की काउंसलिंग गत 14 सितम्बर को निरस्त कर दी गई थी। इसके करीब बीस दिन बाद भी काउंसलिंग दुबारा होने का कोई अता-पता नहीं है।
जवाब भी नहीं मिलतापरेशान अभ्यर्थियों के पीटीईटी कार्यालय में लगातार फोन आ रहे हैं, लेकिन यही जवाब मिलता है कि सरकार का आदेश आएगा तभी काउंसलिंग होगी। सूत्र बताते हैं कि काउंसलिंग के लिए विवि कई बार राज्य सरकार को आग्रह कर चुका है लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।
गडबडाने लगा शिक्षा सत्रकाउंसलिंग में हो रही देरी से बीएड कॉलेजों का शिक्षा सत्र गडबडाने लगा है। नियमानुसार 180 दिन की पढाई पूरी होने पर ही बीएड की मुख्य परीक्षा कराई जा सकती है। बीएड कॉलेजों के शिक्षा सत्र की शुरूआत अन्तिम प्रवेश के दिन से मानी जाती है। अनुमति मिलने के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी करने में विश्वविद्यालय को पन्द्रह दिन का वक्त लगेगा। इसके बाद दीपावली अवकाश आ जाएगा।
कब सरकार का आदेश मिलेगा और कब काउंसलिंग होगी। पीटीईटी आयोजक जोधपुर का जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय इस बारे में अभ्यर्थियों को कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं है। राज्य सरकार ने राजस्थान हाइकोर्ट जयपुर बैंच के आदेशानुसार सात नए कॉलेजों को काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल करने के लिए पीटीईटी की तीसरे चरण की काउंसलिंग गत 14 सितम्बर को निरस्त कर दी गई थी। इसके करीब बीस दिन बाद भी काउंसलिंग दुबारा होने का कोई अता-पता नहीं है।
जवाब भी नहीं मिलतापरेशान अभ्यर्थियों के पीटीईटी कार्यालय में लगातार फोन आ रहे हैं, लेकिन यही जवाब मिलता है कि सरकार का आदेश आएगा तभी काउंसलिंग होगी। सूत्र बताते हैं कि काउंसलिंग के लिए विवि कई बार राज्य सरकार को आग्रह कर चुका है लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।
गडबडाने लगा शिक्षा सत्रकाउंसलिंग में हो रही देरी से बीएड कॉलेजों का शिक्षा सत्र गडबडाने लगा है। नियमानुसार 180 दिन की पढाई पूरी होने पर ही बीएड की मुख्य परीक्षा कराई जा सकती है। बीएड कॉलेजों के शिक्षा सत्र की शुरूआत अन्तिम प्रवेश के दिन से मानी जाती है। अनुमति मिलने के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी करने में विश्वविद्यालय को पन्द्रह दिन का वक्त लगेगा। इसके बाद दीपावली अवकाश आ जाएगा।
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