राजसमंद। राज्य सरकार ने भले ही शराब की दुकानों खोलने की समयावघि घटा दी है, लेकिन इसके बाद बिक्री में आए उछाल के आंकडे कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। दरअसलराज्य सरकार के पास राजस्व आय का एक बडा स्रोत भी यही है। सरकार ने दुकानें खुलने की अवधि घटाने के साथ ही बिक्री का लक्ष्य बढा दिया है। हर माह शराब पीने वालों की संख्या बढती जा रही है। अकेले राजसमंद जिले में अक्टूबर माह में पूरे हुए एक वर्ष में शराब के शौकीनों की संख्या में करीब 55 फीसदी बढोतरी हुई है।
तीन किस्म की शराबराज्य सरकार के मार्फत राज्य में तीन किस्म की शराब की बिक्री की जाती है। इसमें देसी मदिरा, भारत निर्मित विदेशी मदिरा व बीयर उल्लेखनीय हैं। गत वर्ष अक्टूबर से इस अक्टूबर के दौरान देसी मदिरा की बिक्री 54.45 फीसदी, भारत निर्मित विदेशी मदिरा की बिक्री 4.34 फीसदी और बीयर की बिक्री में 2.18 फीसदी की बढोतरी हुई है। वर्ष 2007-08 के अप्रेल माह में भारत निर्मित विदेशी मदिरा की बिक्री जहां 48,502.59 लाख लीटर थी, वहीं इस वर्ष अप्रेल में यह बढ कर 58,771.15 लाख लीटर पहुंच गई।
तीन किस्म की शराबराज्य सरकार के मार्फत राज्य में तीन किस्म की शराब की बिक्री की जाती है। इसमें देसी मदिरा, भारत निर्मित विदेशी मदिरा व बीयर उल्लेखनीय हैं। गत वर्ष अक्टूबर से इस अक्टूबर के दौरान देसी मदिरा की बिक्री 54.45 फीसदी, भारत निर्मित विदेशी मदिरा की बिक्री 4.34 फीसदी और बीयर की बिक्री में 2.18 फीसदी की बढोतरी हुई है। वर्ष 2007-08 के अप्रेल माह में भारत निर्मित विदेशी मदिरा की बिक्री जहां 48,502.59 लाख लीटर थी, वहीं इस वर्ष अप्रेल में यह बढ कर 58,771.15 लाख लीटर पहुंच गई।
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