कुंवारिया। जिला परिषद के मुख्य कार्यक्रम अघिकारी रामपाल शर्मा ने कहा कि मेट बिना किसी दबाव या भेदभाव के कार्य कराएं। वे गुरूवार को कस्बे के मेला परिसर में पंचायत समिति राजसमंद के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय मेट प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में संबोघित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेट अघिकाघिक लोगों को नरेगा के माध्यम से रोजगार मुहैया कराएं। उन्होंने मेटों को टास्क के अनुसार कार्य पूर्ण कराने का आह्वान किया।
प्रशिक्षण शिविर के समापन कार्यक्रम में राजसमंद के विकास अघिकारी विक्रमसिंह राठौड ने कहा कि नरेगा स्थल पर मेट छाया, पानी व दवाओं का विशेष ध्यान रखें, वहीं नरेगा श्रमिकों के स्वास्थ्य प्रति भी सावधानी रखें।
समापन कार्यक्रम में दक्ष प्रशिक्षक राजेन्द्र शर्मा, गुलाब सालवी, दिलीप पालीवाल, ग्राम सचिव बालूराम सैनी आदि ने नरेगा अघिनियम, प्रावधान, मेट के दायित्व व कत्तüव्य, नरेगा के विभिन्न प्रपत्रों के बारे में विस्तार से बताया गया। मेट प्रशिक्षण शिविर में कुंवारिया, फियावडी, बिनोल, पीपली आर्चायन, महासतियों की मादडी, भावा, वणाई ग्राम पंचायत क्षेत्र के चयनित मेटो को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन मेटों से प्रश्नोत्तरी भी की गई।
उम्र नहीं बाधक
कुंवारिया कस्बे के मेला परिसर में आयोजित चार दिवसीय मेट प्रशिक्षण शिविर में युवा उम्र के साथ में कुछ तो पचास वर्ष की उम्र से भी अघिक के भी शामिल थे। कुंवारिया कस्बे के भंवरपुरी गोस्वामी (57), भावा के दूदा राम (55), महासतियों की मादडी निवासी तुलसीदेवी पालीवाल (45) व पीपली आचार्यन निवासी अर्जुनलाल तेली (51) ने शिविर में हिस्सा लिया। इस दौरान दो विषय में एम.ए कर चुके बिनोल के शैतानसिंह राठौड ने भी मेट का प्रशिक्षण लिया।
प्रशिक्षण शिविर के समापन कार्यक्रम में राजसमंद के विकास अघिकारी विक्रमसिंह राठौड ने कहा कि नरेगा स्थल पर मेट छाया, पानी व दवाओं का विशेष ध्यान रखें, वहीं नरेगा श्रमिकों के स्वास्थ्य प्रति भी सावधानी रखें।
समापन कार्यक्रम में दक्ष प्रशिक्षक राजेन्द्र शर्मा, गुलाब सालवी, दिलीप पालीवाल, ग्राम सचिव बालूराम सैनी आदि ने नरेगा अघिनियम, प्रावधान, मेट के दायित्व व कत्तüव्य, नरेगा के विभिन्न प्रपत्रों के बारे में विस्तार से बताया गया। मेट प्रशिक्षण शिविर में कुंवारिया, फियावडी, बिनोल, पीपली आर्चायन, महासतियों की मादडी, भावा, वणाई ग्राम पंचायत क्षेत्र के चयनित मेटो को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन मेटों से प्रश्नोत्तरी भी की गई।
उम्र नहीं बाधक
कुंवारिया कस्बे के मेला परिसर में आयोजित चार दिवसीय मेट प्रशिक्षण शिविर में युवा उम्र के साथ में कुछ तो पचास वर्ष की उम्र से भी अघिक के भी शामिल थे। कुंवारिया कस्बे के भंवरपुरी गोस्वामी (57), भावा के दूदा राम (55), महासतियों की मादडी निवासी तुलसीदेवी पालीवाल (45) व पीपली आचार्यन निवासी अर्जुनलाल तेली (51) ने शिविर में हिस्सा लिया। इस दौरान दो विषय में एम.ए कर चुके बिनोल के शैतानसिंह राठौड ने भी मेट का प्रशिक्षण लिया।
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