Tuesday, November 17, 2009

तीस बीघे में चारा जला

कुंवारिया। समीपवर्ती महासतियों की मादडी ग्राम पंचायत के डूमखेडा गांव में मंगलवार को 11 के.वी. की विद्युत लाइन के तार के टूटने से हुई स्पार्किग से 30 बीघे में खडा चारा जल कर राख हो गया। गांव के समीप खेतों में काम कर रही महिला मीना देवी गुर्जर, लक्ष्मी देवी व कैलाशी देवी ने मंगलवार सुबह करीब साढे दस बजे भावा से मादडी की ओर आने वाली 11केवी की विद्युत लाइन के टूटने से गिरी चिंगारियां देखने के साथ तेज आवाज सुनी। उन्होंने जाकर देखा तो सूखा चारा धधक रहा था। महिलाओं ने आग की सूचना गांव में आकर दी। बडी संख्या में ग्रामीण मौके पर दौडे।
ग्रामीणों ने बताया कि सूखे चारे में लगी आग रफ्तार के साथ पूरे बीडे में फैल गई। हवा से आग एक बीडे से दूसरे बीडे में फैलती गई। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड को सूचना करने के साथ ही पलाश, कणज, नीम व झाडियों की डालियों से आग को आगे बढने से रोकने का प्रयास किया। आगजनी के दौरान ग्रामीण महिलाओ ने साहस का परिचय देते हुए आग की लपटों के मध्य में बंधे एक बैल को खोलकर बचाया।
25 गाडी चारा जलाआगजनी में लच्छीराम गुर्जर का दस बीघा, गोवर्द्धन लाल गुर्जर का आठ बीघा, कालू गुर्जर का बारह बीघा क्षेत्र में खडा चारा जल गया। आगजनी में करीब 25 गाडी चारा जलने व 30 हजार का नुकसान होने का अनुमान है। आगजनी की घटना में नुकसान का आंकलन करने के लिए मौके पर महासतियो की मादडी सचिव नत्थू मोहम्मद, आर आई शबीर खां आदि ने ग्रामीणों से विस्तार से जानकारी ली।
पक्षियों के दबाव से टूटी लाइनकनिष्ठ अभियंता नितेश लोधा ने बताया कि लाइन पर एक साथ ढेर सारे पक्षियों के बैठने और फिर एक साथ उडने से पडे दबाव की वजह से लाइन टूटी थी। विद्युत कर्मचारियों ने मौके पर पहंुच कर विद्युत लाइन को दुरूस्त कर आपूर्ति को बहाल किया।
मुआवजे की मांगजिला युवा इंटक अध्यक्ष भगवत सिंह गुर्जर ने कुंआरिया के डूमाखेडा गांव में हुई आगजनी से प्रभावितों को जिला प्रशासन की ओर से मुआवजा देने की मांग की है। गुर्जर ने बताया कि अकाल के दौर में ग्रामीणों की कमर टूटी हुई है।

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