Sunday, November 15, 2009

दान का खुला प्रदर्शन गलत

भीम। धर्म प्रचारिका जगदीश्वरीदेवी ने कहा कि जो जीव अपनी सत्ता चलाने का जिम्मा ईश्वर को सौंप देता है, उसके सभी सुखों और दुखों की जिम्मेदारी ईश्वर ही वहन करता है। वे स्थानीय मांडोत सदन मे आयोजित धर्म सभा को संबोघित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि शरणागत आराधक की आराध्य के प्रति संपूर्ण समर्पण अवस्था में प्रभु के अहर्निश आशीष बरसने लगते हैं। स्वयं की बुद्धि को परमात्मा की बुद्धि से मिलाने पर प्रभु की शरण मिल जाती है। प्रचारिका ने कहा कि दान के शिलालेख मंदिरों मे लगाने से मनुष्य नरक में जाने से नहीं बच सकता है। दान का खुला प्रदर्शन उसकी कद्र घटा देता है।
यश प्राप्ति की आकांक्षा से पुण्य क्षीण हो जाते हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से सद्मार्ग पर चलने का आह्वान करते हुए जरूरतमंदों को दिए जाने वाले दान का प्रदर्शन नहीं करने के लिए कहा। इस अवसर पर बडी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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